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सकारात्मक चैनल की आवश्यकता

कल हमलोग कार्यक्रम देखा। अच्छा लगा। आज के समय की तीन प्रतिभाओं को देखा व सुना, ह्रदय भावुक हो गया। वर्तमान समय मे जब सभी चैनलों पर नकारात्मक समाचारों की होड़ लगी हो, उस माहौल में इस प्रकार के कार्यक्रमों को देखकर एक आशा की किरण दिखाई देती है। ऐसा कदापि नहीं है कि हमारे आस पास कुछ अच्छा नहीं हो रहा है, ऐसा कदापि नहीं है कि सभी कुछ ख़राब ही है, सभी लोग नकारात्मक सोच के ही हों, यदि हम अपने आसपास देखें व विचारें तो आज भी कई प्रेरणाप्रद अध्याय दिन प्रतिदिन जुड़ रहे है। यह एक विडम्बना ही है कि हमारी द्रष्टि सकारात्मक घटनाओं, व्यक्तियों, प्रयोजनों, योजनाओं इत्यादि पर उतनी जल्दी नहीं जाती, जितनी जल्दी हम नकारात्मक ख़बरों की और आकर्षित हो जाते हैं। इस परिप्रेक्ष्य में मीडिया की भूमिका अति महत्वपूर्ण हो जाती है।  मेरे मस्तिष्ट मे एक विचार आता है, कि क्या वर्तमान सामाजिक व आर्थिक व्यवस्था में (जहाँ सब कुछ बाज़ार में उपलब्ध हो, जहाँ सब कुछ बिकता हो, जहाँ प्रतिस्पर्धा का वर्चस्व हो) यह संभव है कि एक चैनल ऐसा स्थापित किया जाये जिसमे केवल सकारात्मक समाचारों का ही प्रसारण हो, जिस पर, देश-...